हंदवाड़ा: दबाव डालकर दिलवाया गया बयान-पीड़िता की मां

कश्मीर में चौथे दिन तनाव रहने के बीच मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार (16 अप्रैल) को मंगलवार से सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवारों का दौरा कर तनाव को शांत करने की कोशिश की एवं उन्हें इंसाफ का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं स्वीकार नहीं की जा सकती हैं। महबूबा दुख की इस घड़ी में उन लोगों के परिवारों से मिलने गयीं जो हिंसा में मारे गए हैं। उधर,

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कश्मीर के कुछ खास हिस्सों में शनिवार (16 अप्रैल) को भी कर्फ्यू जैसी स्थिति जारी रही और पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं। इसी बीच, जिस लड़की की कथित छेड़खानी की वजह से कश्मीर में हिंसा का चक्र चला है, उसकी मां ने दावा किया कि उसकी बेटी पर वीडियो में यह बयान देने के लिए दबाव बनाया गया कि उसके साथ छेड़खानी नहीं हुई है। उसकी मां इस घटना की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए अदालत पहुंची। उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते हैं कि पुलिस या सेना, जिसने यह किया है, इसकी जांच करे।’’ तनाव बने रहने के बीच महबूबा 18 वर्षीय आरिफ हुसैन डार के घर गयीं और उन्होंने उसके परिवार के लोगों को सात्वंना दी। शनिवार (15 अप्रैल) को यहां से 100 किलोमीटर दूर कुपवाड़ा के नाथनुसा में सेना ने कैंप पर पथराव कर रही भीड़ पर गोलियां चलायी थी जिसमें आरिफ मारा गया था। मुख्यमंत्री हिंसा में मारे गए अन्य लोगों के परिवारों में भी गयीं। मंगलवार (12 अप्रैल) से प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों की गोलीबारी में पांच लोग मारे गए हैं । ये प्रदर्शनकारी कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में कथित छेड़खानी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री उन लोगों के रिश्तेदारों से मिलीं जो जिले में मंगलवार (12 अप्रैल) से मारे गए हैं। उन्होंने उनके साथ एकजुटता प्रदर्शित की और आश्वासन दिया कि जांच करायी जाएगी एवं इंसाफ होगा।’’ महबूबा स्थिति का मौके पर आकलन करने के लिए कुपवाड़ा गयीं। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता भी की जिसमें उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान, हंदवारा के विधायक सजाद लोन, मुख्य सचिव बी आर शर्मा, पुलिस महानिदेशक के राजेंद्र कुमार एवं वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुरक्षाबल द्वारा कानून व्यवस्था की स्थिति से निबटने के दौरान किसी भी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचना चाएिह। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार (15 अप्रैल) देर शाम रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से टेलीफोन पर बातचीत की थी और उत्तरी सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी एच हुड्डा से भी मिलीं। उन्होंने उनसे कहा कि हंदवारा और नाथनुसा जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं और राज्य में शांति को ठोसा आकार देने की सरकार की कोशिश के लिए एक बड़ा झटका है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैंने जनरल हुड्डा से कानून व्यवस्था की स्थिति से निबटने के दौरान अधिकतम संयम बरतने को कहा है। ’’ उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने हंदवारा और नाथनुसा में प्रदर्शन के दौरान नागरिकों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की निश्चित समयसीमा के अंदर जांच कराने का आश्वासन दिया है।

साभार: जनसत्ता डॉट कॉम