‘हक़्क़ानी से संपर्क है लेकिन मदद नहीं’

अमरीका, 26 सितंबर: पाक-अमरीका संबंधों में तनाव के बाद पाकिस्तान में अमरीका विरोधी भावनाएँ बढ़ गई हैं.
पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि वह चरमपंथी गुट हक़्क़ानी नेटवर्क से संपर्क में है लेकिन वह उसका समर्थन नहीं कर रही है.

अमरीका के शीर्ष सैन्य अधिकारी एडमिरल माइक मलेन ने कुछ दिन पहले कहा था कि पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई हक़्क़ानी गुट को इस्तेमाल कर छद्म युद्ध लड़ रही है और उसने काबुल हमले में भी हक़्क़ानी नेटवर्क का समर्थन किया था.

इससे जुड़ी और सामग्रियाँपाकिस्तान ने दी अमरीका को चेतावनीअमरीका का पाकिस्तान पर सीधा आरोपहक्कानी नेटवर्क को लेकर दबाव
इसी विषय पर और पढ़ेंपाकिस्तान पाकिस्तानी सरकार ने अमरीकी अधिकारियों की ओर से लगाए गए आरोपों का खंडन किया है और विदेश मंत्री हिना रब्बानी खर यह चेतावनी दे चुकी हैं कि अगर आरोपों का सिलसिला नहीं रुका तो अमरीका आतंकवाद के ख़िलाफ़ चल रहे युद्ध में एक साथी खो सकता है.

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास ने अमरीकी टीवी चैनल सीएनएन को दिए गए एक इंटरव्यू में इस बात को माना है कि आईएसआई के हक़्क़ानी नेटवर्क के साथ संपर्क हैं.