हज़ारों तारकीने वतन बलक़ान में सरहदों पर महसूर

मग़रिबी यूरोप में किए जाने वाले नए इक़दामात और सरहदी रास्तों की बंदिश की वजह से बलक़ान के रास्ते शुमाल की जानिब सफ़र करने वाले हज़ारों तारकीने वतन सर्द मौसम और बारिश में बलक़ान की सरहद पर महसूर हो कर रह गए हैं।

कई सौ अफ़राद जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, उन्होंने रात क्रोएशिया और सलवीनया की सरहद आसमान तले गुज़ारी। अक़वामे मुत्तहिदा के इदारा बराए मुहाजिरीन का कहना है कि सर्बिया और क्रोएशिया की सरहद पर बुनियादी ज़रूरीयात की अश्या भी मौजूद नहीं हैं। मग़रिबी बलक़ान का रास्ता भी हुकूमतों की सख़्ती की वजह से बंद पड़ा है।

शाम अफ़्रीक़ा और अफ़्ग़ानिस्तान से ताल्लुक़ रखने वाले कई लाख मुहाजिरीन तुर्की से बलक़ान के रास्ते जर्मनी स्वीडन और दूसरे यूरोपीय ममालिक पहुंचे हैं।