हजामा कई बीमारियों के लिए बेहद मुफ़ीद

हजामा (कपिंग थेरापी) बहुत से बीमारी के ईलाज के लिए मुफ़ीद है। बिलख़ुसूस ज़नाना बीमारी गर्दन का दर्द, कमर दर्द, मोटापा, पी सी ओ डी , जिगर और जिल्द के बीमारी और आसाबी दर्द के लिए हजामा करवाने से बहुत फ़ायदा होता है।

इन ख़्यालात का इज़हार डॉक्टर मुहम्मद अहसन फ़ारूक़ी प्रोफ़ेसर गवर्नमेंट निज़ामीया तिब्बी कॉलेज ने यहां इदारा सियासत के तहत मुनाक़िदा हजामा कैंप का महबूब हुसैन जिगर हॉल में रस्मी इफ़्तिताह करते हुए किया और कहा कि हजामा नबी करीम की सुन्नत है और 1400 साल से जारी है। अहादीस की मुख़्तलिफ़ कुतुब में इस से मुताल्लिक़ 38 अहादीस में हवाले मिलते हैं।

हैदराबाद में गुज़िश्ता पाँच बर्सों से इस के कैंप रखे जा रहे हैं और सैंकड़ों अफ़राद इस से फ़ैज़याब हो रहे हैं। निज़ामीया तिब्बी कॉलेज में पी जी स्कालर्स इस पर रिसर्च भी कर रहे हैं।

एम एन बेग ने रजिस्ट्रेशन किया। मुहम्मद फ़हीम, ख़ालिद मही उद्दीन असद ने मुआवनत की। आख़िर में डॉक्टर युसरा फ़ातिमा ने इदारा सियासत, डॉक्टर सय्यद ग़ौस उद्दीन प्रोग्राम कोआर्डीनेटर डॉक्टर अहसन फ़ारूक़ी और तमाम लेडी डॉक्टर्स का शुक्रिया अदा किया।