हज्जाज एक्राम को नेक अख़लाक़‍ व-किरदार इख़तियार करने की तलक़ीन

करीमनगर २९ दिसम्बर: (फैक्स) हज़रत इबराहीम अलैहिस्सलाम की पूरी ज़िंदगी क़ुर्बानीयों से पर थी और हज़रत इबराहीम अलैहिस्सलाम तमाम उम्र अल्लाह के दीन के लिए वक़्फ़ करदी और उम्र के हर हिस्सा में उन्हों ने दीन के लिए क़ुर्बानी पेश की। जो लोग हज की सहादत हासिल करके वापिस लौटते हैं इन को हज़रत इबराहीम अलैहिस्सलाम और हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा स्० अ० व्० की हयात तैयबा से दरस लेना चाहीए। जनाब रहमत उल्लाह शरीफ़ ने जमात-ए-इस्लामी हिंद करीमनगर के ज़ेर-ए-एहतिमाम मस्जिद जाफरी मैं हुज्जाज किराम के एज़ाज़ में मुनाक़िद करदा तहनीती जलसा में सदारती ख़िताब करते हुए इन ख़्यालात का इज़हार किया।

हज्जाज किराम को हज की मुबारकबाद पेश करते हुए कहाकि वो दौरान हज हुज़ूर ई और सहाबा एकराम की ज़िंदगीयों को अपने ज़हन-ओ-दिल में रासिख़ करते हुए ये महसूस करे कि वो इन अज़ीम शख़्सियतों के साथ मौजूद है और मनासिक हज अदा करते वक़्त हर मुक़ाम पर हुज़ूर सिल्ली अल्लाह अलैहि‍ वसल्लम और सहाबा किराम रज़ी अल्लाह अन्हुम की मौजूदगी का एहसास करें। उन्हों ने हुज्जाज किराम को इस बात की तरफ़ मुतवज्जा किया कि फ़रीज़ा हज की अदायगी के बाद उन की ज़िंदगीयों मैं अख़लाक़-ओ-किरदार-ओ-मुआमलात के अंदर यकसर तबदीली आनी चाहीए। जनाब मुहम्मद ख़ैर उद्दीन अमीर मुक़ामी जमात-ए-इस्लामी हिंद करीमनगर ने भी मुख़ातब किया।

जनाब अबदुल हई लतीफी, जनाब अबदुल बारी लतीफी, जनाब अबदुर्रशीद लतीफी, जनाब मुहम्मद इबराहीम, जनाब कमाल उद्दीन फ़रीज़ा हज की सआदत हासिल करके वापिस हुए हैं। उन्हों ने अपने तास्सुरात पेश किए। इस मौक़ा पर सदर क़ाज़ी जनाब अहमद मनक़बत शाह ख़ान भी मौजूद थे। प्रोग्राम का आग़ाज़ जनाब अबदाल फ़ताह लतीफी की तिलावत कलाम पाक से हुआ। जनाब अबदुर्रहीम सुलह ही नाज़िम शोबा इस्लामी मुआशरा ने कन्वीनर के फ़राइज़ अंजाम दिए