* हज तर्बीयती क्लास से मुफ़्ती आसिफ़ नदवी का बयान
हैदराबाद। हज का सफर कइ इबादातों का मजमुआ है। ज़िंदगी में सिर्फ एक मर्तबा फ़र्ज़ है और तमाम रुक्नों में आख़िरी रुकन है। इस की तर्बीयत ओर-तैयारी के लिए हमें वक़्त निकालना ज़रूरी है। इन ख़्यालात का इज़हार मौलाना मुफ़्ती सय्यद आसिफ़ उद्दीन नदवी क़ासिमी जनरल सेक्रेटरी लब्बैक सोसाइटी ने साप्ताहिक तर्बीयती क्लास में किया और कहा कि रोज़नामा सियासत पिछले आठ साल से इस मिशन को लब्बैक सोसाइटी के इश्तिराक से अंजाम दे रहा है।
रोज़नामा सियासत एक अख़बार ही नहीं बल्कि एक तहरीक है और इस के हमा जिहत ओर-मुफ़ीद तालीमी, भलाइ सरगर्मीयों में हज ओर-उमरा में जाने वालों को भी एहमीयत दी। हर साल इन क्लासों से हज कमेटी ओर-प्राईवेट के आज़मीन की बड़ी तादाद इस्तिफ़ादा करती है।
उन्हों ने सफ़र हज में क़दम ब क़दम रहनुमाई की। मनासिक हज को समझाया। वकफ़ा-ए-सवालात में जवाबात दिए। ख़ुद शुरका ने रोज़नामा सियासत के इस मिशन को सराहा और कहा कि ये एक गिरां क़दर और काबिल-ए-तारीफ़ काम है जो पिछले आठ साल से इदारा सियासत ओर-लब्बैक सोसाइटी के इश्तिराक से जारी है।
हज में जाने वाली औरतों ने कहा कि इदारा सियासत शहर के मर्कज़ी इलाके में है। यहां तक पहुंचने में कोई दुशवारी भी नहीं है। ख़वातीन आज़मीन ने भी इंतेज़ामीया का शुक्रिया अदा किया। जनाब सय्यद अला उद्दीन ने कार्रवाई चलाई। मौलाना की दुआ पर तर्बीयती प्रोग्राम पुरा हुआ।