हज इत्तिहाद और मसावत का अमली नमूना

मधुपुर : शहर के राज़ होटल में मुनक्कीद हज तर्बियति कैंप से खिताब करते हुये साबिक़ एमपी डॉक्टर फुरकान अंसारी ने कहा की हज बैतुल्लाह इत्तिहाद और मसावत का अमली नमूना है, खुश किस्मत हैं वो लोग जिनको परवर दीगार ने अपने घर बुलाने के लिए मुंतखिब किया है। उन्होने कहा की हज उनही को नसीब होती है जिनके ईमान में पाकीज़गी होती है। क्योंकि वो जो इरादा पाकीज़गी से करता है अल्लाह उनको अपनी मेहमान नवाजी के लिए कुबूल कर लेता है।

उन्होने मुक़द्दस सफर पर जाने वालों से अपील की के वो मुल्क व रियासत की सलामती और तरक़्क़ी के लिए दुआ करें, दुमका, जामताड़ा और देवघर इजला के आज़मीन हज के लिए तर्बियति कैंप का एहतेमाम किया गया, कशीर तादाद में आज़मीन हज इसमें शरीक हुये। इस मौके पर आरकान कमेटी आईनूल होदा, एकरारुल हसन, नगर परिषद के साबिक़ चेयरमैन फायज वगैरह मौजूद थे। ट्रेनर की हैसियत से मौलाना कुतुबूद्दीन, मौलाना कमरुज़जमा, हिफ़ाजतुल्लाह, मौलना अलाउद्दीन, हाजी नेमतुल्लाह ने निहायत तफसील से अरकान हज, सफर हज और हरमाइन शरीफ के तारीख़ी मुकामत को बताया।
आईनुल होदा ने कहा की हज दुनिया भर के मुसलमानों का एक सालाना इजतेमा है, यहाँ सभी अपनी शान व शौकत छोड़ कर सफ़ेद कपड़े में मब्लूस यक्सा इज़हार करते हैं। प्रोग्राम का बाज़ाबता आगाज कुरान की तिलावत से हुआ। नात पाक भी पेश की गयी। फुरकान अंसारी की जानिब से तौलिया, किताब, तसबीह वगैरह तक़सीम की गयी। 15 आज़मीन ने तरबियत हासिल की जिस 18 ख़वातीन भी शामिल थीं। तर्बियति कैंप में ओलमा ने आज़मीन से नसीहत की के वो सफर में कम से कम समान ले कर जाएँ।