हज का सफर हुआ महंगा

लखनऊ, 2 जुलाई: हज का सफर इस बार 20 फीसद महंगा हो चुका है। डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती साख ने हज के सफर के खर्च को लेकर मुसाफिरों की फिक्र बढ़ा दी है। हज के सफर पर कितना खर्च आएगा, अभी यह तय नहीं है, लेकिन हज कमेटी (रियासती) की माने तो डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत का असर सऊदी रियाल पर भी होगा। इससे हज के सफर का खर्च और बढ़ेगा।

महंगाई के सबब पिछले साल के मुकाबले इस बार हज के सफर के खर्च में 20 फीसदी बढ़ोतरी कर दी गई थी। जिससे अजीजिया ग्रुप को 26 हजार और ग्रीन ग्रुप के आजमीन-ए-हज को 32 हजार रुपये ज़्यादा खर्च करने हैं। इसके तहत हज कमेटी ऑफ इंडिया ने हज के मुसाफिरों से पहली किस्त के तौर पर 76 हजार रुपये जमा करा लिए हैं, जो पिछले साल के मुकाबले 20 फीसद ज़्यादा है।

अब हज के सफर की अगली किस्त पर रुपये की घटी कीमत भी असर डालेगी। ऐसा खुद हज कमेटी ( रियासत) का मानना है। हज कमेटी के हज आफीसर तनवीर अहमद सिद्दीकी का कहना है कि अभी तो हज कमेटी ऑफ इंडिया ने पहली किस्त जमा कराई है।

सफर के खर्च की आखिरी किस्त कितनी तय होती है, यह हज कमेटी ऑफ इंडिया मुंबई में ही तय करेगी।

हज 2013 के प्रोग्राम के मुताबिक शुरू में तय हो चुका कि अजीजिया के लिए एक हज के मुसाफिरों को 1.50 लाख व ग्रीन के लिए 1.80 लाख रुपये खर्च करना होगा।

अब रियाल के मुकाबले रुपये की कीमत साफ नहीं होने से अभी यह कहना मुश्किल है कि इस बार हज के सफर में अजीजिया व ग्रीन के आजमीन ए हज को कितना और खर्च करना होगा।

मुंतखिब मुसाफिरो को हज के सफर के पहले दिए जाने वाली हज तरबियत अब रमजान बाद होगा। जुलाई के दूसरे हफ्ते से शुरू हो रहे रमजान की वजह से लखनऊ में हज तरबियत व Vaccination Program बाद में कराने का फैसला लिया गया है। गिदर अजलों में भी हज तरबियत का प्रोग्राम रमजान बाद होगा।