हज 2014 पर कौन आजमीन ए हज जायेंगे, किसका नंबर नहीं आयेगा, इसका फैसला सनीचर को रांची में होनेवाली लॉटरी अमल से होगी। झारखंड के 187 आजमीने हज मुकर्रर कोटा से ज़्यादा हो रहे हैं, जिसकी वजह लॉटरी की हालत आ गयी है। झारखंड में कभी लॉटरी से आजमीन ए हज का मुंतखिब नहीं हुआ है।
सऊदी अरब हुकूमत ने तामीर मुतल्लिक़ अमल और सेक्यूरिटी वजूहात से भी कोटा मुकर्रर करने का फैसला लिया है। इसके तहत भारत के सिर्फ 94 हजार लोग ही हज पर जा पायेंगे। ऐसी हालत में हर रियासत की आबादी के मुताबिक कोटा तय किया गया। झारखंड से 2873 लोगों को हज पर जाने की इजाजत देने का फैसला मुंबई हज कमेटी ने लिया।
इस बार यहां से 3060 लोगों ने हज पर जाने के लिए फॉर्म के साथ-साथ पहली किस्त जमा करायी है। झारखंड हज कमेटी के चेयरमैन शरीक झारखंड हुकूमत के वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी ने बताया कि जिन लोगों का नाम लॉटरी में नहीं आयेगा, उन्हें वेटिंग लिस्ट में रखा जायेगा। उनके नाम को खारिज नहीं किया जायेगा। इसके बाद जैसे-जैसे खाली की जानकारी मिलेगी, वेटिंग लिस्ट के नंबर को कन्फर्म किया जायेगा।
तमाम को मिले जाने का मौका, हुई दुआ
जमशेदपुर के 176 आजमीन ए हज लॉटरी के चक्कर में फंस गये हैं। यह वह तादाद है, जो ज़्यादा हो रही है। हालांकि शहर का कोटा 141 है, जबकि यहां से 444 लोगों ने हज पर जाने के लिए दरख्वास्त दिया है। इनमें से कइयों को दीगर जिलों के कोटा में एडजस्ट किया गया है। इसके बाद भी 176 की तादाद ज़्यादा हो रही हैं। जिन्होंने नीयत की है, उन्हें हज नसीब हो, इसके लिए जुमा की नमाज से पहले कई मसजिदों में दुआ की गयी।