हज के लिए तक़रीबन 20 हज़ार दरख़ास्तें वसूल

हज 2015 के लिए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में दरख़ास्तों के अदख़ाल की आख़िरी तारीख़ ख़त्म होगई और अभी तक रिकार्ड तादाद में दरख़ास्तें वसूल हुई हैं।

दोनों रियासतों से मजमूई तौर पर 20 हज़ार से ज़ाइद दरख़ास्तें दाख़िल की गईं जबकि दोनों रियासतों का मुशतर्का कोटा 5300 तक होसकता है। इस तरह हज़ारों ख्वाहिशमंदों को हज की सआदत से इंतेख़ाब में महरूम होना पड़ेगा।

स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एसए शकूर ने बताया कि अगरचे दरख़ास्तों के अदख़ाल की मुद्दत ख़त्म होचुकी है ताहम हज कमेटी मौसूला दरख़ास्तों को कल रात तक सेंट्रल हज कमेटी को ऑनलाईन फीड करेगी और तवक़्क़ो हैके दरख़ास्तों की तादाद 21,000 तक पहुंच जाये।

पिछ्ले साल मुशतर्का रियासत में जुमला 18080 दरख़ास्तें दाख़िल की गई थीं जबकि आज शाम तक 19239 दरख़ास्तें दाख़िल की गईं और मज़ीद 1400 दरख़ास्तें रात देर गए तक दाख़िल की जाएंगी। तलंगाना में पहली मर्तबा दरख़ास्त दाख़िल करने वालों की तादाद 14274 है जबकि 70 साल से ज़ाइद महफ़ूज़ ज़मुरा के तहत 572 और तीन मर्तबा इंतेख़ाब से महरूम अफ़राद के महफ़ूज़ ज़मुरा में 853 दरख़ास्तें दाख़िल की गई हैं। आंध्र प्रदेश से 3336 ताज़ा दरख़ास्तें दाख़िल की गईं जबकि पहले महफ़ूज़ ज़मुरा के तहत 148 और दूसरे के तहत 54 दरख़ास्तें दाख़िल की गईं।

उन्होंने बताया कि नेल्लोर और करीमनगर अज़ला से दरख़ास्तों की वसूली अभी बाक़ी है और तवक़्क़ो हैके दोनों अज़ला से मज़ीद 1500 दरख़ास्तें वसूल होंगी। इसी दौरान स्पेशल ऑफीसर की कामयाब नुमाइंदगी पर रीजनल पासपोर्ट ऑफ़िस ने एक दिन में 57 अफ़राद के पासपोर्ट जारी करदिए।

प्रोफेसर एसए शकूर ने 61 आज़मीन के पासपोर्टस की इजराई के लिए सिफ़ारिश की थी जिन में से 4 की पुलिस इन्क्वारी नहीं हुई जबकि बाक़ी 57 अफ़राद के पासपोर्टस जारी करदिए गए।

पासपोर्ट ऑफ़िस की तरफ से एक ही दिन में इस क़दर बड़ी तादाद में आज़मीन के पासपोर्टस की इजराई पर हज कमेटी के ओहदेदारों ने रीजनल पासपोर्ट ऑफीसर से इज़हार-ए-तशक्कुर किया। तमाम हज दरख़ास्तों के सेंट्रल हज कमेटी को अदख़ाल के बाद दोनों रियासतों के आज़मीन की क़तई तादाद का इलम होगा। तवक़्क़ो हैके दोनों रियासतों के लिए क़ुरआ अंदाज़ी 18 मार्च को होगी।