हज कैंप के लिए तीन यौम बाक़ी, इमारत की आहक पाशी और मरम्मत नज़रअंदाज

अब जबकि हज 2015 के कैंप के आग़ाज़ को सिर्फ तीन दिन बाक़ी हैं महकमा अक़लीयती बहबूद ने हज हाउज़ की इमारत की आहक पाशी और मरम्मत का काम अंजाम नहीं दिया है।

हर साल हज कैंप से क़ब्ल हुकूमत इमारत को रंग करने और मेंटेनेन्स से मुताल्लिक़ तमाम कामों की तकमील का वादा करती है लेकिन कभी भी इस वाअदा पर अमल नहीं किया गया।

हज हाउज़ की इमारत को तामीर हुए 15 बरस मुकम्मल हो गए लेकिन इस तवील अरसा के दौरान एक बार भी इमारत को कलर नहीं किया गया जो महकमा अक़लीयती बहबूद के तसाहुल और अदम दिलचस्पी की खुली मिसाल है।

गुज़िश्ता साल तेलंगाना हुकूमत ने हज हाउज़ को रंग और रोग़न और मेन्टेनेंस के काम मुकम्मल करने का वादा किया था लेकिन हज सीज़न के इख़तेताम के बाद इस वाअदा को भुला दिया गया।

एक अवामी नुमाइंदा ने अपने ख़र्च से आहक पाशी और कलर का काम करवाने की पेशकश की थी लेकिन बाद में वो भी ख़ामोश हो गए। जारीया साल हज की तैयारीयों के सिलसिले में मुनाक़िदा जायज़ा इजलास में दोबारा ये मसला ज़ेरे बहस आया और हुकूमत ने इस काम के लिए एक करोड़ रुपये मंज़ूर करने का तयक़्क़ुन दिया था लेकिन आज तक ये रक़म जारी नहीं की गई जिसके नतीजा में हज हाउज़ की इमारत अपनी ज़बूँहाली की ज़बाने हाल से शिकायत कर रही है।

अब जबकि हज कैंप के आग़ाज़ को तीन दिन बाक़ी हैं इमारत को कलर करना मुम्किन ही नहीं। इस तरह जारीया साल का हज सीज़न भी हज हाउज़ की इमारत के लिए कोई ख़ुशख़बरी का बाइस नहीं रहेगा। हज हाउज़ के अतराफ़ खुले इलाक़े में अभी तक सफ़ाई का काम अंजाम नहीं दिया गया।