हुकूमत ने हज कैंप 2013 के मौके पर बाअज़ मुबय्यना बे क़ाईदगियों की तहक़ीक़ात का फ़ैसला किया है। ज़राए ने बताया कि हज कैंप के सिलसिले में पकवान ,टेंट और मैन्टेनन्स के लिए टेंडरस तलब किए गए थे ताहम इन में बे क़ाईदगियों की शिकायात मिली थीं।
हुकूमत ने बे क़ाईदगियों की शिकायात के बाद स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी की हैसियत से प्रोफेसर एसए शकूर का तक़र्रुर किया ता कि हज कैंप इंतेज़ामात मुकम्मिल किए जा सकीं।
तक़र्रुर के बाद प्रोफेसर एसए शकूर ने टेंडरस की कुशादगी अमल में लाई। तलबी का अमल उनके तक़र्रुर से पहले होचुका था। उन्होंने सहाफ़ीयों की मौजूदगी में वीडियो रेकॉर्डिंग करके टेंडरस की कुशादगी अमल में लाई ता कि शफ़्फ़ाफ़ियत रह सके।
इंचार्ज सेक्रेटरी अकलियती बहबूद नीलम सुहानी ने टेंडरस की तलबी में मुबय्यना बे क़ाईदगियों से मुताल्लिक़ एक मुक़ामी अख़बार में 12 सितंबर को शाय ख़बर के हवाले से तहक़ीक़ात का फ़ैसला किया है।उन्होंने प्रोफेसर शकूर को हिदायत दी कि वो तहक़ीक़ात करके रिपोर्ट पेश करें।