हैदराबाद 13 जनवरी: डायरेक्टर जनरल एंटी करप्शन ब्यूरो ए के ख़ां 14 जनवरी को 11 बजे दिन हज हाउज़ नामपल्ली में हज 2016 के दरख़ास्त फॉर्म्स जारी करेंगे। सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील मेहमान-ए-ख़ोसूसी होंगे जबकि डायरेक्टर अक़लियती बहबूद मुहम्मद जलालुद्दीन अकबर और मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन बी शफ़ी उल्लाह मेहमानान एज़ाज़ी होंगे। स्पेशल ऑफीसर तेलंगाना हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शकूर ने बताया कि मुल्क भर में हज 2016के दरख़ास्त फॉर्म्स की इजराई का 14 जनवरी से आग़ाज़ हो रहा है और 8 फरवरी तक दरख़ास्तें क़बूल की जाएँगी।
उन्होंने हैदराबाद में डिस्ट्रिक्ट हज कमेटीयों और सोसाइटीज़ के ओहदेदारों के साथ मीटिंग मुनाक़िद किया जिसमें हर ज़िला के लिए हज फॉर्म्स जारी किए गए।
उन्होंने बताया कि दरख़ास्त फॉर्म्स ऑनलाइन या फिर रास्त तौर पर हज कमेटी या मुताल्लिक़ा अज़ला में हज कमेटी के पास दाख़िल किए जा सकते हैं। फॉर्म्स की ज़ीराक्स कापीयां भी काबिल-ए-क़बूल होंगी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन दरख़ास्तों के इदख़ाल में जारीया साल से मज़ीद शराइत में इज़ाफे को देखते हुए हज कमेटी की तरफ से आज़मीन की सहूलत के लिए इंतेज़ामात किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि तेलंगाना हज कमेटी की तरफ से जारीया साल भी आंध्र प्रदेश के आज़मीन के लिए इंतेज़ामात किए जाऐंगे। हज कमेटी के ओहदेदारों और हज सोसाइटीज़ के ज़िम्मेदारों को सेंट्रल हज कमेटी की नई शराइत से वाक़िफ़ किराया गया।
उन्हें आज़मीने हज्ज की बेहतर रहनुमाई की हिदायत दी गई। जारीया साल दरख़ास्तों की ख़ाना पुरी के अलावा अस्नादात की स्कैनिंग को लाज़िमी क़रार दिया गया है। 70 साल से ज़ाइद उम्र के आज़मीन और मुसलसिल तीन मर्तबा क़ुरआ अंदाज़ी में मुंतख़ब ना होने वाले आज़मीन को क़ुरआ अंदाज़ी के बग़ैर मुंतख़ब किया जाएगा।
इंटरनेशनल पासपोर्ट 10 मार्च 2017 तक कारकरद होना चाहीए। पहली क़िस्त की अदायगी के लिए 8 अप्रैल 2016 की मोहलत दी गई है जबकि 5 अप्रैल तक पासपोर्ट, बैंक चालान और मेडिकल सर्टीफ़िकेट पेश करना होगा।
जारीया साल वक़ूफ़ अर्फ़ात 10 सितंबर मुक़र्रर है। 4 अगसट से 5 सितंबर तक दो मरहलों में आज़मीने हज्ज की ख़ुसूसी फ़्लाईटस रवाना होंगी। पहले मरहले के आज़मीन मदीना मुनव्वरा और दूसरे मरहले के मक्का मुकर्रमा रवाना होंगे। जारीया साल मर्दुम-शुमारी 2011 में मुस्लिम आबादी की बुनियाद पर रियासतों को हज कोटा अलाट किया जाएगा और तवक़्क़ो है कि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए हज कोटा में इज़ाफ़ा होगा।