इन दिनों क़तर के एक मुफ़्ती की दुनिया भर में कड़ी आलोचना की जा रही है। इस मुफ़्ती के बयान से दुनिया भर के मुस्लमों की भावना को ठेस पहुंची है। हज के बारे में मुस्लिम ब्रदरहुड मुफ़्ती यूसुफ अल-क़रादावी द्वारा जारी एक फतवा ने मुस्लिम दुनिया भर से निंदा की है।
अल अरेबिया के मुताबिक, कतर स्थित क्लर्क ने ट्वीट किया कि “अल्लाह को हज की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने जो भी कर्तव्य लगाया वह अपने अनुयायियों को समृद्ध करने के उद्देश्य से है ताकि वे अपने निर्माता को आध्यात्मिक, नैतिक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर पार कर सकें।

उन्होंने कहा, मुसलमानों को भुखमरी खाने, बीमारों का इलाज करने और बेघर लोगों को आश्रय देने से अल्लाह ज्यादा खुश होता है ना की हर साल हज और उमराह पर पैसे खर्च करने से। आपको बता दें कि, 8 जून, 2017 को सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मिस्र द्वारा आतंकवादी ब्लैकलिस्ट पर कारादावी को रखा गया था।
कतरी मुफ़्ती के इस फतवे का हर कोई विरोध कर रहा है। कारादावी के विवादास्पद ट्वीट्स पर टिप्पणी करते हुए, सऊदी शाही अदालत के सलाहकार सौद अल-कहतानी ने सलाह दी: “जो लोग इस भाड़े के इतिहास को जानते हैं उन्हें उनके फतवा को असामान्य नहीं है।