जुमेरात को यहाँ से 40 लोगों पर मुश्तमिल आज़मीन उमराह व ज़ियारत का एक क़ाफला रवाना हुआ।
एयरपोर्ट पर उनको नेशनल हज उमराह टोरेन्ड ट्रेवेल्स एजेंसी के डाइरेक्टर सैयद इरशाद अहमद ने इस क़ाफले को अलविदा कहा। उन्होने उस मौके पर नुमाइंदा को बताया के ये एजेंसी गुजिशता 3 सालों से हाजियों की खिदमत अंजाम दे रही है। आज़मीन उमराह ज़ियारत के इस क़ाफला मेनबिहार और झारखंड के मुखतलिफ़ अजला के मर्द व ख़वातीन शामिल हैं। जिनमें मोहम्मद शोएब इंजीनियर, लाइक आली, आईशा रज़ा और दीगर आज़मीन ने बताया के उन्होने इस एजेंसी की खिदमात इस लिए ली है के हाजियों और उमराह करने वालों को हर तरह की सहूलियत दस्तयाब कराती है।