हज हाउज़ की इमारत को रंग-ओ-रोगन की मंज़ूरी

हज हाउज़ की इमारत को 13 साल के वक़फ़ा के बाद रंग-ओ-रोगन की मंज़ूरी हासिल हो चुकी है । हज हाउज़ के इफ़्तिताह के बाद से अब तक इस इमारत को रंग-ओ-रोगन नहीं किया गया था । कई बरसों से शिकायत के बाद आज सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मौलाना ग़ुलाम सय्यद अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह ने इमारत को मुकम्मल रंग-ओ-रोगन की हिदायत जारी करदी है ।

सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ने बताया कि अरसा-ए-दराज़ से हज हाउज़ की इमारत की मुकम्मल आहक पाशी(चूना पानी) का मसला हल तलब था और इस मसला के हल के लिये मुतअद्दिद नुमाइंदगीयाँ मौसूल हुई हैं लेकिन मुख़्तलिफ़ नोकात का जायज़ा लेने के बाद आज इस बात का क़तई फैसला करलिया गया कि हज हाउज़ की मुकम्मल इमारत को रंग-ओ-रोगन किया जाय ।

मौलाना ग़ुलाम सय्यद अफ़ज़ल ब्याबानी ख़ुसरो पाशाह ने बताया कि इमारत को रंग-ओ-रोगन के इलावा हज हाउज़ में रोज़ाना दो मर्तबा जारूब कशी (झाडू झटका) और तमाम मंज़िलों पर रोज़ाना सफ़ाई के अहकाम जारी किए गए हैं । उन्हों ने बताया कि हज हाउज़ में दो ख़ानगी सेकोरेटी अहलकारों को मामूर करने का भी फैसला किया गया है ताकि रोज़ाना मौसूल होरही शिकायतों को रोका जा सके ।

हज हाउज़ की मस्जिद के लैटरिन में नलों की अदमे मौजूदगी के मसला को भी हल करलिया जाएगा । मौलाना ख़ुसरो पाशाह ने बताया कि हज हाउज़ की आहक पाशी-ओ-रंग-ओ-रोगन के तमाम कामों को माह रमज़ान उल-मुबारक की आमद से क़बल मुकम्मल कर लेने की हिदायत दी गई है ।

मुकम्मल हज हाउज़ की रोज़ाना जारूब कशी(झाडू झटका) के मुआमला में जो कंट्टरएक्ट दिया जाएगा इस में सलाब सिस्टम कर दिया गया है ताकि हज हाउज़ में सफ़ाई को यक़ीनी बनाया जा सके ।

आंधरा प्रदेश रियासती वक़्फ़ बोर्ड हज हाउज़ के रंग-ओ-रोगन के अख़राजात की अदाएगी करेगा और तमाम उमूर का दीगर इदारा जात के सरबराहान से तबादला ख़्याल के बाद क़तई फैसला किया जाएगा।