रियासत आंध्र प्रदेश से हज को रवाना होने वाले आज़मीने हज्ज और उनके रिश्तेदारों को बर्क़ी मसाइल से दो-चार होना पड़ा।
नाक़िस इंतेज़ामात के नतीजे में हज हाउज़ की इमारत को तारीकी में डूब गई। पहले क़ाफ़िले की रवानगी के बाद जब दूसरे क़ाफ़िले के आज़मीने हज्ज और उनके रिश्तेदार हज हाउज़ में तवक्कुफ़ किए हुए थे अचानक बर्क़ी चाली गई।
हज हाउज़ में मौजूद जनरेटर जो पूरी इमारत और कैंप के लिए दरकार बर्क़ी सरबराही के लिए काफ़ी नहीं है। बर्क़ी जाने पर कोई बेहतर इंतेज़ामात ना होने से आज़मीन को काफ़ी दुशवारीयों का सामना करना पड़ा।
हज कमेटी और रियास्ती हुकूमत के नाक़िस इंतेज़ामात पर आज़मीन और उनके रिश्तेदारों ने नाराज़गी का इज़हार किया।लिफ़्ट के काम ना करने के सबब ज़ईफ़ मर्द-ओ-ख़वातीन को दुशवारीयों का सामना करना पड़ा।
आज़मीन और उनके रिश्तेदारों को एरपोर्ट पहुंचने के इंतेज़ामात में रुकावट हुई। हज हाउज़ के ज़िम्मेदारों ने कहा हैके बर्क़ी और दुसरे सहूलतों की फ़राहमी के लिए बेहतर इंतेज़ामात की हिदायत की गई है।