हज 2012-के फॉर्म्स की इजराई

एकज़ेकेटिव ऑफीसर रियासती हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शकूर ने आज हज 2012 के लिए हज दरख़ास्त फॉर्म्स की रसम इजराई अमल में लाई। इस मौक़ा पर अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए प्रोफेसर एस ए शकूर ने बताया कि /16 अप्रैल तक पर करदा हज दरख़ास्त फॉर्म्स जारी-ओ-क़बूल किए जाएंगे। उन्हों ने बताया कि हज फॉर्म्स के इदख़ाल के वक़्त ही दरख़ास्त गुज़ारों के पास /31 मार्च 2013 -ए-तक कारगर पासपोर्टस का होना ज़रूरी है।

दरख़ास्त फॉर्म्स के साथ आज़मीन को पासपोर्ट की ज़ाती तौसीक़ करदा नक़ल ( कौर के सरबराह की दस्तख़त के साथ) मुंसलिक करना ज़रूरी है। उसे दरख़ास्त फॉर्म्स जिन के साथ पासपोर्ट की नक़ल मुंसलिक ना होगी क़ुरआ में शामिल नहीं किए जाएंगे। उन्हों ने बताया कि रियासती हज कमेटी /16 अप्रैल तक दरख़ास्त फॉर्म्स जारी और क़बूल करेगी ताहम सेंटर्ल हज कमेटी की वेबसाइट से भी दरख़ास्त फॉर्म्स डाउन लोड किए जा सकते हैं।

उन्हों ने बताया कि एक कवर पर ज़्यादा से ज़्यादा 5 आज़मीन दरख़ास्त दे सकते हैं। दरख़ास्त फ़ार्म सिर्फ तीन सीट पर मुश्तमिल होगा ताहम एक कवर में इस से ज़ाइद आज़मीन की रवानगी की सूरत में माबक़ी दो सीट इसी कवर में शामिल फॉर्म्स से हासिल करदा ज़ीराक्स करके मुंसलिक किए जा सकते हैं।

प्रोफेसर एस ए शकूर ने बताया कि अगर दरख़ास्त गुज़ार पासपोर्ट पर दर्ज पता की बजाय दूसरे पता पर मुक़ीम हो तो उसी सूरत में कोई एक शनाख़ती सदाक़त नामा जैसे राशन कार्ड लेंडलाइन टेलीफोन का बिल राय दहिंदा शनाख़ती कार्ड वगैरह की ज़ीराक्स मुंसलिक की जाय। उन्हों ने बताया कि 70 साल इस से ज़ाइद उम्र के आज़मीन और उसे आज़मीन जो मुसलसल तीन साल से क़ुरआ में मुंतख़ब नहीं होसके उन्हें महफ़ूज़ ज़मुरा में रखा जाएगा और उन का इंतिख़ाब कुरा के बगैर ही अमल में आजाएगा।

उन्हों ने बताया कि ज़ईफ़आज़मीन के ज़मुरा में शामिल होने के लिए आज़िम हज की उम्र /31 मार्च 2012 के मुताबिक़ 70 बरस होने चाहीए यानी आज़िम की तारीख यौम पैदाइश मार्च 1942 या इस से कब्लकी होनी चाहीए। एकज़ेकेटिव ऑफीसर ने बताया कि /10 मई 2012 -ए-को क़ुरआ अमल में आएगा। इस मर्तबा भी सिर्फ दो ज़ुमरों ग्रीन और अज़िजया के तहत ही आज़मीन को रवाना किया जाएगा।

क़ुरआ में मुंतख़ब आज़मीन को पहली क़िस्त के तौर पर /11 जून 2012-ए-तक 51,000 रुपये अदा करना होगा और मुतआक़िब तवारीख़ में माबक़ी रक़म अदा करनी होगी। जिन आज़मीन को हैदराबाद रबात में क़ियाम की इजाज़त हासिल हो उन्हें चाहीए कि वो रियासती-ओ-मर्कज़ी हज कमेटी को /31 जुलाई से कब्ल मतला करदें।