हैदराबाद 03 जनवरी: स्पेशल ऑफीसर तेलंगाना स्टेट हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शकूर ने एलान किया कि हज सीज़न 2016 का माह जनवरी से आग़ाज़ हो रहा है। 14 जनवरी से हज 2016 के लिए दरख़ास्तें जारी और दाख़िल करने का सिलसिला शुरू हो जाएगीगा जो 8 फ़रवरी तक जारी रहेगा।
दरख़ास्तें ऑनलाइन वसूल की जाएँगी, जिस के लिए तेलंगाना स्टेट हज कमेटी मुनासिब इंतिज़ामात कर रही है। तेलंगाना स्टेट हज कमेटी की तरफ से इस साल भी आंध्र प्रदेश के आज़मीन-ए-हज्ज की दरख़ास्तों की वसूली से लेकर उनकी रवानगी और वापसी के इंतेज़ामात किए जाऐंगे। उन्होंने बताया कि आज़मीन-ए-हज्ज के इंतिख़ाब के लिए 15 मार्च से 23 मार्च तक कभी भी क़ुरआ अंदाज़ी होगी। जिन दरख़ास्त गुज़ारों का इंतिख़ाब अमल में आएगा उनको पहली क़िस्त की रक़म अदा करने के लिए 8 अप्रैल तक मोहलत दी जाएगी।
15 अप्रैल तक पासपोर्ट, बैंक चालान और मेडिकल सर्टीफ़िकेट दाख़िल किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस साल वक़ूफ़ अर्फ़ात यानी हज 10 सितंबर को मुक़र्रर है। 4 अगस्त 2016 से 5 सितंबर तक दो मरहलों में हज चार्टर्ड फ़्लाईटस की रवानगी अमल में आएगी। पहले मरहले में आज़मीन मदीना मुनव्वरा और दूसरे मरहले में रास्त मक्का मुकर्रमा रवाना होंगे।
हज के बाद 15 सितंबर से हुज्जाज किराम की वापसी का अमल शुरू होगा। उन्होंने बताया कि इस साल 2011की मर्दुम-शुमारी की बुनियाद पर रियासतों को हज कोटा अलाट किया जाएगा जिससे तेलंगाना-ओ-आंध्र प्रदेश के आज़मीन की तादाद में इज़ाफे की तवक़्क़ो है।
प्रोफ़ैसर ऐस ए शकूर ने बताया कि हज कमेटी आफ़ इंडिया ने हज 2016 के एक्शण प्लान को क़तईयत दे दी है, जिसके मुताबिक़ माह मार्च के तीसरे हफ़्ते मैं ट्रेनरज़ के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम मुनाक़िद होगा।