हज़रत मआवीया बिन उबैद रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया तीन आँखें क़ियामत में आग से बिलकुल महफ़ूज़ रहेंगी (१) जिस ने मुजाहिदीन के लश्कर की हिफ़ाज़त की (२) ख़ौफ़ ख़ुदा से रोने वाली आँख (३) जो ग़ैर महरम के देखने से बाज़ रही। (तबरानी)