हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू सईद ख़दरी रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला के कलाम की फ़ज़ीलत तमाम कलामों पर ऐसी है जैसे अल्लाह तआला की अज़मत-ओ-बुजु़र्गी उस के बंदों पर है । तिरमिज़ी शरीफ़