हदीस शरीफ

हज़रत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तुम सूरा बक़्र और आल-ए-इमरान पढ़ा करो ये दोनों सूरतें क़ियामत में पढ़ने वाले की तरफ़ से झगड़ें गी , इन सूरतों का याद करना और पढ़ना बरकत है छोड़ देना इस का हसरत है , अहल बातिल इन दोनों सूरतों को हासिल नहीं करसके । (मुस्लिम शरीफ़)