हज़रत उबइ बिन काब रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह की क़सम सूरा फ़ातिहा के मिसल ना कोई सूरत तौरेत में नाज़िल हुई ना ज़बूर और इंजील में और ना क़ुरआन में कोई दूसरी सूरत उस की मिसल नाज़िल हुई। (तिरमिज़ी शरीफ़)