हदीस शरीफ

हज़रत अबदुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से किसी ने हालत-ए-एहराम में मक्खी मारने के बारे में पूछा था , हज़रत इब्न उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने फ़रमाया कि अहल-ए-इराक़ मक्खी मारने का हुक्म पूछते हैं और उन्हों ने रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) के नवासे को शहीद करदिया था हालाँ कि रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया है कि दुनिया में ये (इमाम हसन और इमाम हुसैन रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ) मेरे दो फूल हैं। (बुख़ारी शरीफ़)