रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया कि मैं शयातीन इनस-(इनसान) ओ-जिन को देख रहा हूँ कि वो उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो (के डर) से भाग खड़े हुए हैं । (तिरमिज़ी शरीफ़ )
रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया कि मैं शयातीन इनस-(इनसान) ओ-जिन को देख रहा हूँ कि वो उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो (के डर) से भाग खड़े हुए हैं । (तिरमिज़ी शरीफ़ )