हज़रत साद बिन अबी वक़ास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने हज़रत अली रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से फ़रमाया क्या तुम इस बात पर राज़ी नहीं कि मेरे साथ तुम्हारी वही निसबत हो जो हज़रत हारू (अ) को हज़रत मूसा (अ) से थी। (बुख़ारी शरीफ़)
हज़रत साद बिन अबी वक़ास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने हज़रत अली रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से फ़रमाया क्या तुम इस बात पर राज़ी नहीं कि मेरे साथ तुम्हारी वही निसबत हो जो हज़रत हारू (अ) को हज़रत मूसा (अ) से थी। (बुख़ारी शरीफ़)