हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने दरयाफ्त किया ‘आज तुम में से किसने किसी बीमार की एयादत (तिमारदारी)की ? मिस्कीन को खाना खिलाया ? जनाज़ा के साथ चला ?
हज़रत अबू बकर सिद्दीक रज़ी अल्लाहो तआला अनहो ने अर्ज़ किया मैं ने आज ये सब काम किये हैं ! हुज़ूर(स०अ०व०) ने फ़रमाया ये बातें जिस में जमा होती हैं वो जन्नत में जाए गा (इब्न खाजीमा)