हदीस शरीफ

हजरत जुबैर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया ,जो शख्स ये खाहिश रखता है के कियामत में अपना नामा आमाल खुश हो तो उसे चाहिए के इस्तिग्फार कसरत से  (बहुत जियादा ) पढ़ा करे बेहकी