हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया ,अपने रिश्ता दारों से सुलूक करो रिश्ता दारों से सुलूक करने से आपस में मोहब्बत पैदा होती है ,माल में बढ़ोतरी होती है, बरकत होती है और उम्र बढती है. (तिरमिज़ी)
हज़रत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया ,अपने रिश्ता दारों से सुलूक करो रिश्ता दारों से सुलूक करने से आपस में मोहब्बत पैदा होती है ,माल में बढ़ोतरी होती है, बरकत होती है और उम्र बढती है. (तिरमिज़ी)