हजरत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया रोज़ा दार जन्नत में एक ख़ास दरवाज़े से दाखिल होंगे उस दरवाज़े का नाम रयान है(बुखारी शरीफ)
हजरत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया रोज़ा दार जन्नत में एक ख़ास दरवाज़े से दाखिल होंगे उस दरवाज़े का नाम रयान है(बुखारी शरीफ)