हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) के पास कोई कौम ज़कात लेकर आती तो हुज़ूर(स०अ०व०) इरशाद फरमाते ऐ अल्लाह उन पर रहमत नाजिल कर (मुस्लिम)
हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) के पास कोई कौम ज़कात लेकर आती तो हुज़ूर(स०अ०व०) इरशाद फरमाते ऐ अल्लाह उन पर रहमत नाजिल कर (मुस्लिम)