हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , एतिकाफ करने वाला गुनाहों से महफूज़ रहता है और उसके लिए नेकियाँ करने वाले के मसावी नेकियाँ लिखी जाती हैं। (इब्न माजा )
हजरत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया , एतिकाफ करने वाला गुनाहों से महफूज़ रहता है और उसके लिए नेकियाँ करने वाले के मसावी नेकियाँ लिखी जाती हैं। (इब्न माजा )