हजरत अब्दुल्लाह बिन सलाम रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फरमाया सलाम को आम करो खाना खिलाओ रिश्ता दारों से अच्छा सलूक करो और रातों में जब लोग सो रहें हों तुम नमाज़ें पढो तुम सलामती के साथ जन्नत में दाखिल हो जाओ गे। ( तिरमिज़ी)