हदीस शरीफ

हजरत अबू अमामा रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया सुबह शाम मस्जिद की तरफ नमाज़ के लिए जाना ऐसा है जैसे जिहाद के लिए जाना (तिबरानी)