हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०)ने फ़रमाया, जब तुम बीमार के पास जाओ तो अपने लिए दुआ तलब करो, बीमार की दुआ फरिश्तों की दुआ जैसी है। (इब्ने माजा)
हजरत उमर बिन खत्ताब रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के रसूल-ए-पाक (स०)ने फ़रमाया, जब तुम बीमार के पास जाओ तो अपने लिए दुआ तलब करो, बीमार की दुआ फरिश्तों की दुआ जैसी है। (इब्ने माजा)