हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया सदका करने से माल कम नहीं होता, खता माफ़ करने वालों की इज्ज़त बढ़ाई जाती है, इन्केसारी करने वालों का मर्तबा बढ़ा दिया जता है। (मुस्लिम)
हजरत अबू हुरैरा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया सदका करने से माल कम नहीं होता, खता माफ़ करने वालों की इज्ज़त बढ़ाई जाती है, इन्केसारी करने वालों का मर्तबा बढ़ा दिया जता है। (मुस्लिम)