रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, जो शख्स किसी शहीद को ज़मीन पर चलता हुवा देखना चाहे वो ताल्हा बिन उबैदुल्लाह (रज़ी अल्लाहु तआला अनहु) को देख ले। (तिरमिज़ी)
रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, जो शख्स किसी शहीद को ज़मीन पर चलता हुवा देखना चाहे वो ताल्हा बिन उबैदुल्लाह (रज़ी अल्लाहु तआला अनहु) को देख ले। (तिरमिज़ी)