हदीस शरीफ

हजरत बर्रा बिन आज़िब रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है रसूल-ए-पाक (स०अ०व०) ने फ़रमाया, जोहर से क़ब्ल की रक्अतों का सवाब ऐसा ही है, जैसा के तहज्जुद की नमाज़ का सवाब। (तिबरानी)