हदीस शरीफ

हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०)ने फरमाया, रजाए इलाही के लिए गुस्सा के घोंट को पिजाने से बढ़ कर कोई दूसरा घोंट नहीं है।(इब्ने माजा)