हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है, रसूल-ए-पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया, तुम रहम करो तुम पर रहमत की जाएगी, तुम लोगों के कुसूर माफ़ करो, तुम्हारे कुसूर माफ़ किये जाएंगे। (अबू (दाऊद)
हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रज़ी अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है, रसूल-ए-पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया, तुम रहम करो तुम पर रहमत की जाएगी, तुम लोगों के कुसूर माफ़ करो, तुम्हारे कुसूर माफ़ किये जाएंगे। (अबू (दाऊद)