हदीस शरीफ़

हजरत अब्दुल्लाह बिन मसउद रज़ी अल्लाहु तआला अन्हो से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, जो बन्दा अल्लाह के खौफ से रोया और उसका आंसू मुंह पर बह आया है,चाहे वो कितना ही छोटा हो, उस पर दोज़ख की आग हराम हो जाती है। (इब्ने माज)