हमारे लड़के बेक़सूर हैं, संगीन इल्ज़ामात पर हैरत: अज़ीज़-ओ-अका़रिब

हैदराबाद 30 जून: शहरे हैदराबाद में एनआईए के धावओं की वजह से अवाम में ख़ौफ़ की कैफ़ीयत पाई जाती है जबकि जिन नौजवानों को गिरफ़्तार किया गया उनके वालिदैन और सरपरस्तों ने कहा कि वो बेक़सूर हैं। उन्होंने अदलिया पर भरपूर यकीन का इज़हार करते हुए कहा कि वो इन्सानी हुक़ूक़ कमीशन से भी रुजू होंगे।

इन आईए ने लाबकट्टा इलाक़ा से दो भाईयों मुहम्मद इबराहीम यज़्दानी और मुहम्मद इलयास यज़्दानी को गिरफ़्तार किया उनके भाई इसहाक़ यज़्दानी ने कहा कि अचानक एनआईए ओहदेदारों ने उनके घर पर धावा किया और सामान की तलाशी लेनी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि अरकाने ख़ानदान इस अचानक कार्रवाई से हैरान थे। वो ख़ुद को इन्कम टैक्स ओहदेदार ज़ाहिर कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि गिरफ़्तार शूदा इबराहीम पेशे से इंजीनियर हैं और दोता तीन साल सऊदी अरब में मुलाज़िमत के बाद एक साल पहले हैदराबाद वापिस हो गए यहां वो ऑनलाइन तिजारत कर रहे थे जबकि उनके छोटे भाई इलयास यज़्दानी मी सेवा में मुलाज़िम है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने गिरफ़्तारी की कोई वजह नहीं बताई और मीडिया में जिस तरह के संगीन इल्ज़ामात आइद किए जा रहे हैं वो उन के लिए हैरानकुन हैं।

इसी तरह एक और नौजवान अली अज़हरी को भी गिरफ़्तार किया गया है उनके मामूं फ़हीम ख़ां और दुसरे अज़ीज़-ओ-अका़रिब ने बताया कि अली अज़हरी एक माह से काल सेंटर में मुलाज़िम था और रमज़ान के पेश-ए-नज़र उसने रुख़स्त हासिल करली थी। इसी तरह अमान नगर ( बी ) से गिरफ़्तार मुज़फ़्फ़र हुसैन रिज़वान के बड़े भाई मुदसिर हुसैन ने बताया कि वो सेल्समैन था और उसने सिर्फ दसवीं जमात कामयाब किया है। उन्होंने कहा कि संगीन इल्ज़ामात पर हमें हैरत है और ये सिर्फ़ हमें बदनाम करने की कोशिश है।