आसाम के गवर्नर जे डी पटनाइक ने मुल्क और मुआशरे की तरक़्क़ी केलिए तहफ़्फ़ुज़-ओ-सलामती को कलीदी एहमीयत के हामिल क़रार देते हुए कहा कि मुल्क को चाहीए कि वो किसी भी ज़रीये से पैदा होने वाले ख़तरात का सामना करने केलिए तैय्यार रहे।
मुसल्लह अफ़्वाज के फ्लैग डि के मौके पर फ़ौज के बरसर ख़िदमत और रिटायर्ड मुलाज़मीन और उनके अरकान ख़ानदान से राज भवन में ख़िताब करते हुए पटनाइक ने कहा कि मुसल्लह फोर्सेस और वर्दी पोश सिपाहीयों की ज़रूरीयात से निमटने केलिए हर मुम्किना कोशिश की जानी चाहीए।
उन्होंने इजतिमा से कहा कि मुसल्लह अफ़्वाज किसी भी मुल्क का असासा होते हैं। तहफ़्फ़ुज़-ओ-सलामती के बगै़र कोई तरक़्क़ी नहीं होसकती। पटनाइक ने कहा कि हमारे मुल्क के मुसल्लह अफ़्वाज ने इत्तिहाद और यकजहती के जज़बा को फ़रोग़ देने केलिए कलीदी रोल अदा किया है।
गवर्नर ने कहा कि मुल्क की आज़ादी के मौके पर हुई तक़सीम पर अब हमें ज़्यादा सोचते रहने या ग़मज़दा रहने की ज़रूरत नहीं है बल्कि इसके साथ हमारे रास्ते में पेश आने वाली किसी भी नागहानी से निमटने केलिए हमावक़त तैय्यार-ओ-चौकस रहने की ज़रूरत है।