बिहार के वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी पर मुसलसल दूसरे दिन हमला बोला। दिल्ली में बुध को मुनक्कीद 17 पार्टियों की ‘फिरका परस्ती’ के खिलाफ आवाम के इत्तिहाद कोन्फ्रेंस में कहा कि बहुत से लोग लाल किले पर झंडा फहराना चाह रहे हैं, उनके प्लेटफोरम को ही ऐसा बनाया जा रहा है, लेकिन वहां पर कौन बैठेगा, यह तो हम तय करेंगे। गौरतलब है कि मोदी की पिछली कई रैलियों में लाल किले जैसा प्लेटफोरम बनाया गया है। मोदी को तानाशाह करार देते हुए कहा कि कुछ लोग वज़ीरे आजम बनने के लिए दिन में भी सपने देखने लगे हैं, लेकिन पूरा नहीं होगा। वैसे सपने देखने पर पाबंदी नहीं है।
यह कैसी ज़ुबान
मोदी का नाम लिये बगैर नीतीश ने कहा, कुछ लीडर कहते हैं- ‘चुन-चुन कर साफ करो’ यह कैसी ज़ुबान है? जम्हूरियत में कोई दूसरों को हरा कर इंतिख़ाब जीतता है, लेकिन साफ करने जैसे मुहावरों का इस्तेमाल क्यों हो रहा है? मुल्क में ऐसी ताक़तें हैं जो इख्तिलाफ़ को बरदाश्त नहीं कर सकतीं। नीतीश ने कहा कि हम तमाम फिरका वारियत से मुल्क को बचाने के लिए साथ आये।
लेफ्ट पार्टियों समेत जदयू, अत्राद्रमुक, बीजद और यूपीए के इत्तिहादी जमात एनसीपी के लीडर फिरका परस्त ताकतों से पैदा हुये ‘‘खतरे’’ को शिकस्त करने के लिए इत्तिहाद की जरूरत बतायी।
तीसरे मोरचे का वहम न पालें
नीतीश कुमार ने फिलहाल किसी तीसरे मोरचे की एमकान से इनकार करते हुए कहा कि ऐसी पार्टियां जब भी साथ आती हैं, तो किसी नये मोरचे की बात होने लगती है। मौजूदा वक़्त में तीसरे मोरचे की तशकील के बारे में वहम न पालें। फिरका रास्त ताकतों के खिलाफ लड़ने के लिए इत्तिहाद जरूरी है।