“हम शराब नहीं पियेंगे”, बिहारी विधायकों ने ली शपथ..

पटना: आजकल के समाज में शराब एक बहुत बुरी लत बन गयी है. इस लत से सिर्फ़ ख़ुद को ही नहीं बल्कि दुसरे लोगों को भी तकलीफ पहुँचती है. सरकार को भले इससे अच्छी कमाई मिल जाती हो, सामाजिक बुराई की एक जड़ शराब है और इससे कोई इनकार नहीं कर सकता. इन्ही सब बातों को समझते हुए देश के राज्यों की सरकारें इस ओर काम कर रही हैं. इसी ओर एक क़दम बढाते हुए बिहार की महागठबंधन की सरकार ने नितीश कुमार के नेत्रत्व में शराब पर पाबंदी लगाने का फ़ैसला किया है. आज उसी एतिहासिक मौक़े पर बिहार के 243 विधायकों ने शपथ ली कि वो शराब नहीं पियेंगे.
जुमे के रोज़ से राज्य में घरेलू-शराब बनाने वालों के ख़िलाफ़ सज़ाए मौत तक की सज़ा का प्रावधान हो जाएगा. इसी के साथ देसी शराब बेचने वाली सभी दुकानों को बंद कर दिया जाएगा. पटना और गया जैसे ज़िलों में हालांकि सरकारी दुकानों पे ये मिल जायेंगी. हालांकि पटना में भी अगर कोई पब्लिक-प्लेस पर शराब पीता पाया गया तो उसे 5 से 8 साल की सज़ा हो सकती है. ये प्रावधान अगले छे महीनों तक रहेगा. इसके बाद शराब को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा.
आज के दिन को राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने एतिहासिक क़रार दिया.