हरम् शरीफ़ और मस्जिद नबवी में 20 लाख आज़मीन ने नमाज़-ए-जुमा अदा की

मक्का मुकर्रमा 13 नवंबर (एजैंसीज़) फ़रीज़ा हज की अदायगी के बाद लाखों हुज्जाज किराम ने मस्जिद उल-हराम और मस्जिद नबवीऐ में पहली नमाज़ जुमा अदा की।

इमाम हरम् शेख़ अबदुर्रहमान अलसदीस ने ख़ुतबा जुमा में हुज्जाज को इस्लाम के पांचवें रुकन की मक़बूलियत की दुआएं देते हुए कहा कि हज के बाद हुज्जाज अपनी ज़िंदगी में तबदीली लायॆ। हज की बरकात को याद रखें।

तौबा-ओ-इस्तिग़फ़ार को अपनी इबादत का हिस्सा बनाईं ताकि दुनियावी मुसीबत-ओ-आलाम से नजात मिल सकॆ।

अल्लाह के सिवा-ए-कोई माबूद नहीं, हमें इसी से लो लगाना चाहियॆ। उन्हों ने कहा कि वक़ूफ़ अर्फ़ात और रुमी जमार के बाद मस्जिद नबवीऐ में हाज़िरी हज के अरकान में शामिल नहीं ताहम वहां रोज़ा रसूल अल्लाह स् 0 अ0 व्0 पर हाज़िरी ज़रूर दें और तारीख़ी मुक़ामात की ज़यारत करें लेकिन इस को हज का हिस्सा ना बनाईं।

दूसरी जानिब लाखों हुज्जाज किराम मक्का मुकर्रमा से मदीना मुनव्वरा पहुंच रहे हैं और अपनी इबादतों, ज़यारतों में मसरूफ़ हैं।

बेशतर हुज्जाज किराम रोज़ा रसूल स् 0 अ0 व्0 पर हाज़िरी के बाद मस्जिद क़बा-ए-, मस्जिद क़बलतीन, मक़बरा अमीर हमज़हओ, जन्नत अलबक़ीह क़ब्रिस्तान, 7 तारीख़ी मसाजिद की ज़यारत-ओ-इबादत में मसरूफ़ हैं।

मस्जिद नबवी में 3300 नए क़ालीन बिछाए गए हैं जबकि मस्जिद की छत और सहन में सफ़ाई के बड़े पैमाने पर इंतिज़ामात किए गए हैं।