हरम शरीफ़ में नमाज़-ए- जुमा , लाखों मुस्लमानों का रूह प्रवर इजतिमा

मक्का मुअज़्ज़मा। 29 अक्टूबर (जहीर उद्दीन अली खान) अक़्ता-ए- आलम से आने वाले लाखों मुस्लमानों ने आज हरम शरीफ़ में नमाज़-ए- जुमा अदा की। काबत उल्लाह मैं रूह प्रवर इजतिमा देखा गया। हरम शरीफ़ और दूर दूर तक तवील सफ़ें देखी गईं। हर्म शरीफ़ और मस्जिद-ए- नबवी में नमाज़-ए-जुमा अदा करने वालों में हिंदूस्तान से अब तक पहुंचने वाले 101,072 आज़मीन-ए-हज्ज भी शामिल हैं।
हिंदूस्तानी ओहदेदारों ने बताया कि सालाना फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए जुदा से मक्का मुअज़्ज़मा को 97,405 आज़मीन-ए-हज्ज पहुंच गए हैं। माबाक़ी आज़मीन मदीना मुनव्वरा में ज़यारत नबवीऐ और दीगर इबादतों में मसरूफ़ हैं।
अब तक जुमला 356 परवाज़ें चलाई गईं। सऊदी अरब में हिंदूस्तानी कौंसिल ख़ाने के मुताबिक़ हिंदूस्तान से ताल्लुक़ रखने वाले 46 आज़मीन-ए-हज्ज जांबाहक़ (इन्तेकाल) हुए इन में 39 आज़मीन-ए-हज्ज कमेटी आफ़ इंडिया के ज़रीया फ़रीज़ा हज की अदायगी के लिए पहुंचे थे। 7 आज़मीन ख़ानगी टूर आपरेटर्स के ज़रीया आए थे। सब से ज़्यादा 31,389 आज़मीन-ए-हज्ज दिल्ली से रवाना हुए और लखनऊ से अब तक 12,485 आज़मीन आए हैं।
हुकूमत सऊदी अरब ने ज़ी अलहजा की रवैय्यत का ऐलान किया है और यहां पर 6 नवंबर को ईद अज़हा होगी। मनासिक हज की तकमील और वक़ूफ़ अर्फ़ात के साथ ही फ़रीज़ा हज मुकम्मल होजाएगा। सऊदी हाईकोर्ट की जानिब से जारी करदा ब्यान में कहा गया कि ज़ी अलहजा का नया चांद कल देखा गया इस के साथ ही 29 ज़ी क़ादा के इख़तताम के बाद माह ज़ी अलहजा का आग़ाज़ हुआ।
9 ज़ी अलहजा को वक़ूफ़ अर्फ़ात होगा। ज़ी अलहजा की दसवीं को ईद अज़हा मनाई जाएगी। सऊदी अरब के इलावा क़रीबी ममालिक में भी इसी दिन ज़ी अलहजा का ऐलान किया गया है। इसी दौरान वज़ारत-ए-सेहत के ओहदेदारों ने डेंगू, ज़र्द बुख़ार और प्लेग से मुतास्सिरा ममालिक से आने वाले आज़मीन-ए-हज्ज की जांच के लिए ख़ुसूसी मैडीकल टीमें तशकील दी हैं। डाक्टरों की टीम, हैल्थ इन्सपैक्टरस और नर्सों को जुदा के शाह अबदुल अज़ीज़ इंटरनैशनल एयर पोर्ट पर ताय्युनात किया गया है।

वबाई अमराज़ को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती इक़दामात किए जा रहे हैं। डायरैक्टर अर पोर्ट हैल्थ कंट्रोल सैंटर अबदुलग़नी अलमालिकी ने कहा कि वबाई अमराज़ से मुतास्सिरा आज़मीन-ए-हज्ज के ईलाज के लिए ख़ुसूसी अम्बो लिनस का इंतिज़ाम कियागया है जिन की मदद से मरीज़ों को दवाख़ाना मुंतक़िल किया जाएगा और जिन मरीज़ों को सर्जरी की ज़रूरत होगी ऑप्रेशन किया जाएगा। अब तक 142,173 आज़मीन-ए-हज्ज का ईलाज किया गया है।
हज टर्मीनल की टीमें दिन रात आज़मीन को टीका लगा रहे हैं। अब हज सिर्फ 10 दिन बाक़ी है। वज़ारत-ए-सेहत ने 612 ख़ुसूसी वर्कर्स को एहतियाती और इंसिदादी तिब्बी ख़िदमात के लिए मामूर किया है।