हरियाणा-पंजाब के कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात, 72 घंटे के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद

चंडीगढ़: सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पंजाब और हरियाणा सरकार ने संयुक्त फैसले में 72 घंटे के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. डेरा सच्चा सौदाके प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर बलात्कार के आरोपी हैं इस मामले में 25 अगस्त को पंचकुला सीबीआई कोर्ट का फ़ैसला आना है. इसी के मद्दे नजर दो दिन पहले से ही उनके अनुयायी बड़ी संख्या में चंडीगढ़ से लेकर पंचकुला तक इकट्ठा हो गए हैं. इसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से हाईअलर्ट पर है और हरियाणा-पंजाब के कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं. चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में पैरामिलिट्री फॉर्सेज की 167 कंपनिया तैनात हैं और 10 की और मांग की गई है. एक कंपनी में 100 जवान और अफसर हैं. गुरमीत राम रहीम ने कहा कि वह शुक्रवार को अदालत में व्यक्तिगत रुप से पेश होंगे. अदालत में उनके खिलाफ यौन शोषण मामले में फैसला सुनाया जाएगा, साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों से शांति बनाये रखने की अपील की. रहीम ने आज ट्वीट किया, ‘ ‘मैंने हमेशा कानून का सम्मान किया है. हालांकि मेरे पीठ में दर्द है, फिर भी कानून का पालन करुंगा और अदालत (शुक्रवार को) जाऊंगा…मेरा ईश्वर में पूर्ण विश्वास है. हर किसी को शांति बनाये रखना चाहिए.’ ‘

सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पंजाब और हरियाणा सरकार ने संयुक्त फैसले में 72 घंटे के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. हरियाणा और पंजाब दोनों ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगडने की आशंका के चलते हाई अलर्ट घोषित कर रखा है. अर्द्ध सैनिक बलों की कई कंपनियां दोनों राज्यों में पहुंच गयी हैं और इनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किये गये हैं. दोनों राज्यों के संवेदनशील जिलों में सुरक्षा बलों ने आज फ्लैग मार्च निकाला. यहां पर धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा आदेश लागू कर दिया गया और अगले दो दिनों के लिए शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है.
एहतियाती उपाय के तहत कई मार्गों पर बस सेवा बंद कर दी गयी है. फैसला सुनाये जाने से पूर्व पंजाब और हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से पूर्व डेरा सच्चा सौदा के समर्थक भारी संख्या में पंचकुला में डेरा जमाए हुए हैं.

उधर, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं. डेरा समर्थकों के जमा होने पर हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में पूछा है कि क्यों न डीजीपी को डिसमिस कर दिया जाए. आखिर कैसे लाखों लोग पंचकूला पहुंचे. प्रदेश में धारा -144 लागू करने का क्या मतलब था. अगर जरूरत हो तो आर्मी को स्टैंड बाय रखा जाए.