आखिर क्या है हरियाणा बिरयानी सैंपल की सच्चाई?

बकरीद के दौरान हरियाणा में बिरयानी के सैंपल लिए गए थे.सैंपल लिए जाने का मकसद ये जानन था कि कहीं बिरयानी में गौ मांस का इस्‍तेमाल तो नहीं.। सैंपल हिसार यूनिवर्सिटी में जांच के लिए भेजे गए थे. यूनिवर्सिटी ने जांच में पाया कि पांच सैंपल पॉजिटिव हैं. सैंपल की रिपोर्ट प्रदेश सरकार को भेज दिए जाने की बात भी कही थी. हिसार यूनिवर्सिटी की ओर से किसी भी तरह का सैंपल रिपोर्ट भेजे जाने की बात से सरकार का साफ इंकार.
नई दिल्‍ली। एक बार फिर हरियाणा में बीफ पर राजनीति तेज हो गई है। मामला बिरयानी के सैंपल को लेकर है। सैंपल पर हिसार यूनिवर्सिटी और प्रदेश सरकार के बयान को लेकर मामला तूल पकड़ने लगा है। एक ओर जहां सरकार बिरयानी के पॉजिटिव सैंपल पाए जाने की बात से ही इंकार कर रही है तो वहीं यूनिवर्सिटी का कहना है कि वह बिरयानी के पांच पॉजिटिव सैंपल की रिपोर्ट सरकार को भेज चुकी है। यूनिवर्सिटी के इस बयान से सरकार कठघरे में आ गई है। अगर सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं तो सरकार अब कार्रवाई करने से क्‍यों पीछे हट रही है।
सरकार और यूनिवर्सिटी की इस बयानबाजी पर राजनीति जोर पकड़ने लगी है। कई संगठनों ने मांग करना शुरू कर दिया है कि अगर बिरयानी के सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं तो सरकार उस रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करे। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए। लेकिन सरकार की ओर से कार्रवाई के संबंध में अभी ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं। खासे हो-हल्‍ले के बाद भी सरकार किसी तरह की कार्रवाई से बच रही है।