नई दिल्ली: हरियाणा में हालिया जाट बिरादरी की एहतेजाजी तहरीक के दौरान रेलवे इमलाक पर हमले और 2,314 ट्रेनों की मंसूख़ी से तक़रीबन 55,92 करोड़ का नुक़्सान हुआ है। वज़ीर रेलवे सुरेश प्रभु ने आज लोक सभा में बताया । हालिया जाट एजीटेशन के दौरान टिक्टों की मंसूख़ी और इमलाक पर हमलों से रेलवेज़ को 55,92 करोड़ के नुक़्सानात बर्दाश्त करने पड़े।
एक सवाल का जवाब देते हुए वज़ीर रेलवे ने कहा कि 12-24 फरवरी के दौरान एहतेजाजी तहरीक में शिद्दत के बाइस 2,134 ट्रेन बिशमोल1,033 मेल और ऐक्सप्रेस और 1,101 पा संजर ट्रेन को मुकम्मल मंसूख़ और 259 मेल ऐक्सप्रेस ट्रेनों को जुज़वी तौर पर मोड़ दिया गया।
430 ट्रेनों बिशमोल 229 मेल और ऐक्सप्रेस और 201 पा संजर ट्रेनों को जुज़वी तौर पर मंसूख़ कर दिया गया। मिस्टर सुरेश प्रभु ने बताया कि रेलवेज़ में पुलिस की निगरानी रियासती हुकूमत का मामला है जब कि रेलवे स्टेशन और चलती हुई ट्रेनों में इंसिदाद जराइम , केसों का इंदिराज और तहक़ीक़ात रियासती पुलिस के तआवुन से गर्वनमेंट रेलवे पुलिस अंजाम देती है रेलवे प्रोजेक्शन फ़ोर्स को मुतास्सिरा इलाक़ों और हस्सास रेलवे स्टेशनों में अहम ट्रेनों की हिफ़ाज़त के लिए मुतय्यन किया जाता है।
उन्होंने कहा कि रेलवे इमलाक की हिफ़ाज़त के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स की तरफ से कोई लापरवाही नहीं की गई और रेलवे के पास ऐसा कोई मेकानिज़म नहीं है कि परतशद्दुद वाक़ियात में नुक़्सान ज़दा इमलाक के लिए ज़र तलाफ़ी वसूली की जाये|